आप सभी को पता ही है आज के इस जमाने में हर कोई अपना बिजनेस स्टार्ट करना चाहता है और हर कोई अपने बिजनेस को आगे बढ़ाना चाहता है और आपको पता ही है बिजनेस स्टार्ट करने के लिए धन की आवश्यकता होती है और उसे चलाने के लिए पर्याप्त धन की जरूरत होती है अगर किसी कारण वंश किसी व्यक्ति के पास पर्याप्त मात्रा में धन नहीं होता है तो उसके पास एक तरीका यह है कि उसे बिजनेस लोन लेना होता है अब आप यह सोच रहे होंगे कि यह बिजनेस लोन क्या होता है बिजनेस लोन में यही होता है कि एक कंपनी द्वारा एक संस्था द्वारा कंपनी को चलाने के लिए कंपनी के खर्चे देखने के लिए कंपनी के एंप्लोई की सैलरी देने के लिए अगर कंपनी के पास पर्याप्त धन नहीं होता है तो उसके लिए कंपनी को बैंक या किसी निजी संस्था द्वारा लोन लेना पड़ता है जिससे कि वह अपनी कंपनी को आसानी से चला सके और अपने बिजनेस को ग्रो कर सके तो यह बिजनेस लोन लेने की जो प्रक्रिया है जिसमें बैंक व संस्था द्वारा किसी दूसरी संस्था को लोन दिया जाता है उसे हम बिजनेस लोन कहते हैं आइए अब हम जानेंगे कि बिजनेस लोन क्या होता है इसकी पूरी जानकारी हम आसान शब्दों में आपको बताएंगे और हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि आप समझ जाएंगे कि बिजनेस लोन क्या होता है
Business Loan Kya Hota Hai | बिजनेस लोन की पूरी जानकारी आसान शब्दों में
सरल और आसान शब्दों में अगर हम बात करें तो बिजनेस लोन क्या होता है तो देखिए यहां business-loan से मतलब यह है कि अगर आपको कोई बिजनेस स्टार्ट करना है या फिर आपके पास पहले से ही कोई बिजनेस है जिसमें आप अपने एंप्लोई की सैलरी देते हो कंपनी के अन्य खर्चों को संभालते हो कंपनी में कोई प्रोडक्ट बनाते हो उस से जुड़ा कोई कच्चा माल तैयार करते हो या खरीदते हो फिर आप उसका प्रोडक्शन करते हो तो इन सभी के लिए आपके पास पर्याप्त मात्रा में पैसा होना चाहिए तभी आप अपने बिजनेस को लगातार चला सकते हो मान लीजिए कि आपका बिजनेस किसी कारण वंश किसी नुकसान में चला जाए या कोई अनहोनी हो जाए जिससे कि आपका बिजनेस लॉस में जाने लग जाए और आपके पास पैसों की कमी हो जाए तो आपके पास इस कमी को पूरा करने के लिए एक ही चारा है के इसके लिए आपको किसी निजी संस्था या किसी सरकारी या प्राइवेट बैंक से अपने बिजनेस को चलाने के लिए लोन लेना पड़ता है जिसमें लोन देने वाला उपक्रम आपके बिजनेस की वैल्यू देखता है फिर उस आधार पर आपको बिजनेस लोन देता है इस पूरी प्रक्रिया में जो भी कार्य होते हैं उसे बिजनेस लोन कहते हैं जो कि एक बिजनेसमैन द्वारा लिया जाता है आशा है कि आप समझ गए हो कि कि बिजनेस लोन क्या होता है
Business Loan Kitne Prakar Ke Hote Hain | बिजनेस लोन कितने तरह के होते हैं
टर्म लोन (Term Loan)
टर्म लोन बहुत सारे प्रकार के होते हैं जिन्हें उनके काम के हिसाब से बांटा गया है जैसे कि लॉन्ग-टर्म लोन, शॉर्ट-टर्म लोन अथवा अन्य स्माल फाइनेंस बिजनेस लोन (Small Business Loan) यह सभी टर्म लोन के मुख्य प्रकार है
यहां जो भी व्यक्ति टर्म लोन लेता है उस व्यक्ति को उसके क्रेडिट के हिसाब से टर्म लोन दिया जाता है इसके बाद जो व्यक्ति टर्म लोन लेता है उस व्यक्ति को यह लोन 1 साल से लेकर तकरीबन 5 साल तक टर्म लोन वापस लौटाना होता है हमने जो टर्म लोन के प्रकार बताए थे उस आधार पर टर्म लोन को दो भागों में बांटा जा सकता है
एक लोन अनसिक्योर्ड लोन और दूसरा सिक्योर्ड लोन इन दो भागों में टर्म लोन को बांटा जा सकता है
इसके साथ ही अगर किसी को सिक्योर्ड लोन लेना है तो बैंक में सिक्योरिटी और गारंटी जमा करवानी होती है जबकि अनसिक्योर्ड लोन में आपको किसी गारंटी और सिक्योरिटी अमाउंट जमा करवाने की कोई आवश्यकता नहीं होती है इन दोनों लोन में यही मुख्य अंतर होता है जिन्हें हम अनसिक्योर्ड लोन और सिक्योर्ड लोन कहते हैं तो यह टर्म लोन के मुख्य भाग थे आशा है कि आपको समझ में आ गया होगा कि टर्म लोन किसे कहते हैं
लेटर ऑफ़ क्रेडिट (Letter of Credit)
अब हम बात करते हैं लेटर ऑफ क्रेडिट लोन की यह लोन अंतर्राष्ट्रीय या इंटरनेशनल व्यापार के लिए काम में लिया जाता है लेटर ऑफ क्रेडिट लोन के तहत वह कंपनियां शामिल होती है जो इंपोर्ट एक्सपोर्ट का काम करती है जिसमें कि कंपनी को दूसरे देशों के सप्लायर्स व बायर्स के साथ भी काम करना पड़ता है दूसरे देशों के सप्लायर्स को यह गारंटी चाहिए होती है कि उनके द्वारा दिया गया आर्डर उन्हें मिल जाए इसके लिए बैंक द्वारा लेटर ऑफ क्रेडिट जारी करना होता है जिसमें कि सप्लायर्स को गारंटी दी जाती है माल पहुंचाने की इस पूरी प्रक्रिया को लेटर ऑफ क्रेडिट कहते हैं
वर्किंग कैपिटल लोन (Working Capital Loan)
वर्किंग कैपिटल लोन के अंदर जितने भी कंपनियां होती है उन्हें अपने रोजमर्रा के कार्य करने के लिए यह लोन दिया जाता है इसके साथ ही कंपनियां अन्य कार्य करने के लिए भी वर्किंग कैपिटल लोन ले सकती है अब अन्य कार्य से मतलब यह है कि जैसे कंपनी को अपने बिजनेस को बढ़ाने के लिए लोन, माल बनाने के लिए मशीनरी व उपकरणों के लिए लोन, एंपलॉयर्स की सैलरी देने के लिए कच्चा माल खरीद लेने के लिए व कंपनी के अन्य खर्चों को देखने के लिए वर्किंग कैपिटल लोन लिया जा सकता है
पॉइंट ऑफ़ सेल (POS) लोन
पॉइंट ऑफ सेल लोन में जो भी बिजनेस करने वाला व्यक्ति है वह अपने बिजनेस के आधार पर व अपने बिजनेस के रेवेन्यू के आधार पर पॉइंट ऑफ सेल लोन ले सकता है पॉइंट ऑफ सेल लोन लेने के लिए बिजनेसमैन को POS मशीन में जितने भी लेनदेन हुए हैं उन सभी का ट्रांजैक्शन बैंक को दिखाना होता है इसके बाद बैंक इन ट्रांजैक्शन के आधार पर यह तय करता है कि बिजनेसमैन पॉइंट ऑफ सेल लोन लेने के लिए एलिजिबल है या नहीं उसके बाद यह लोन दिया जाता है इसमें लोगों ने भुगतान करने के लिए भी बहुत सारे तरीके होते हैं जैसे कि पीओएस (POS) मशीन पर जितने भी खरीदारी हो रही है वह जितने भी ट्रांजैक्शन हो रहे हैं उसका आधा हिस्सा बिजनेसमैन को और आधा हिसाब बैंक को चला जाता है इस तरीके से पॉइंट ऑफ सेल लोन का भुगतान भी आसानी से बिजनेसमैन कर सकता है
तो इस तरीके से आप भी पॉइंट ऑफ सेल बिजनेस लोन ले सकते हैं
ओवरड्राफ्ट लोन (Overdraft Loan)
ओवरड्राफ्ट लोन में लोन लेने वाले बिजनेसमैन को एक ओवरड्राफ्ट अकाउंट दिया जाता है जिसमें एक लिमिटेड अमाउंट ओवरड्राफ्ट लोन में मंजूर किया जाता है इसके बाद बिजनेसमैन जब चाहे अपने जरूरत के हिसाब से ओवरड्राफ्ट अकाउंट से पैसे निकाल सकता है और उन्हें यूज में ले सकता है अब यहां भी एक बात गौर करने की यह है कि जितना अमाउंट ओवरड्राफ्ट अकाउंट से निकाला जाता है उस पर ही ब्याज देना होता है ना कि ओवरड्राफ्ट अकाउंट में जमा हुई कुल राशि पर उदाहरण के लिए हम मान लेते हैं कि आपने एक और ड्राफ्ट लोन लिया है जिसमें कुल अमाउंट या राशि दो लाख रुपए है और आपने अपने खर्चे के अनुसार एक लाख रुपए आपने खर्च कर दिया तो आपने जो अमाउंट खर्च किया है उसी पर आपको ब्याज देना होता है ना कि ₹200000 पर तो यह होता है ओवरड्राफ्ट लोन आशा है कि आप बिल्कुल समझ गए होंगे
Business Loan Kaise Milta Hai | बिजनेस लोन कैसे ले व कहां से लें
आजकल किसी को भी बिजनेस स्टार्ट करने के लिए पहले के मुकाबले बिजनेस लोन लेना बहुत ही आसान हो गया है इसके लिए सरकार तो अलग से अपना प्रोग्राम चला रही है बिजनेस लोन लेने के लिए और बिजनेस लोन लेने वालों को इसमें काफी छूट भी दी जाती है
देश में छोटे उद्योगों (MSME) के लिए के लिए सरकार बिजनेस लोन की अपनी अलग ही स्कीम चला रही है जिसके तहत लोन आसानी से मिल जाता है सरकार कई तरह की योजनाएं चला रही है जिसमें से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अलावा भी बहुत सारी अलग स्कीम्स है इन योजनाओं के तहत सरकार आपको छोटी रकम से लेकर बड़ी रकम तक मुहैया करवाते जिससे कि आप अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं वर्तमान योजनाओं के तहत सरकार आपको पांच लाख से लेकर दस लाख तक का लोन मुहैया करवाती है जिससे कि आप अपने बिजनेस को कर सकते हैं और अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं
सबसे पहले हम जान लेते हैं कि बिजनेस लोन कौन ले सकता है अथवा कि किन्हे बिजनेस लोन लेने की आवश्यकता है
- अगर कोई अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट कर रहा है तो वह व्यक्ति बिजनेस लोन ले सकता है
- कोई बिजनेसमैन अपने बिजनेस में को चलाने के लिए भी बिजनेस लोन ले सकता है
- प्राइवेट लिमिटेड कंपनियां भी बिजनेस लोन ले सकती है
- जितने भी पार्टनरशिप फर्म है वह भी बिजनेस लोन ले सकते हैं
Business Loan Lene Ke Liye Kya Kya Document Chahiye – बिजनेस लोन लेने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट
- बिजनेस लोन लेने के लिए सबसे पहला दस्तावेज पैन कार्ड है यह बहुत ही जरूरी है
- बिजनेस लोन लेने के लिए दो-तीन साल का इनकम टैक्स रिटर्न प्रूफ भी आपको जरूरी है यह आपका इनकम प्रूफ के तौर पर काम करता है
- आधार कार्ड व आपका एड्रेस प्रूफ भी बिजनेस लोन लेने के लिए जरूरी है
- इसके साथ ही बिजनेस लोन लेने के लिए बिजनेस ऐड्रेस प्रूफ होना भी अनिवार्य है जिसके तहत आपको बिज़नस प्रमाण पत्र देना होता है
- बिजनेस लोन लेने के लिए आपको बैंक स्टेटमेंट भी देना होता है जिसके तहत आप कितना खर्च करते हैं कितना उधार लेते हैं आपका बैंक के स्टेटस क्या है इन सब की जानकारी बैंक स्टेटमेंट से पता चल जाती है कि आप आर्थिक तौर पर कितने सक्षम है और आपकी आर्थिक स्थिति कितनी मजबूत है इस जानकारी से लोन देने वाले बैंक और संस्था को पता चल जाता है कि आप उनका लोन चुका पाएंगे या नहीं
Business Loan Kya Kaam Aata Hai | बिजनेस लोन क्या काम आता है व बिजनेस लोन से हम क्या क्या कर सकते हैं
आपको पता ही है कि किसी भी बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए पैसों की आवश्यकता होती है अगर किसी के पास थोड़े बहुत पैसे हैं और उसे कुछ पैसों की और जरूरत है तो वह अपने बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए बिजनेस लोन ले सकता है इसके बहुत सारे स्रोत हैं आप किसी बैंक या किसी निजी संस्था से लोन ले सकते हैं और उसे तय वक़्त तक वापस लौटा सकते हैं बिजनेस लोन बिजनेस को चलाने के लिए लिया जाता है जैसे कि किसी भी कंपनी या संस्था में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी देने के काम आता है कंपनी के खर्चे कंपनी की व्यवस्था कंपनी के रखरखाव आदि के लिए बिजनेस लोन की आवश्यकता पड़ जाती है जिसके तहत बिजनेस लोन लिया जाता है अथवा बिजनेस स्टार्ट करने के लिए बिजनेस लोन लिया जाता है
बिजनेस लोन छोटे छोटे उद्योगों को आगे बढ़ाने में काम आता है पहले से ही स्टार्ट बिजनेस को आगे बढ़ाने में काम आता है कई बार बिजनेस में नुकसान हो जाता है तो उस नुकसान को मेंटेन करने के लिए भी बिजनेस लोन काम आता है बिजनेस लोन के और भी बहुत सारे फायदे हैं हर क्षेत्र के अनुसार बिजनेस लोन काम आता है
Business Loan Lene Ke Fayde | बिजनेस लोन लेने के फायदे
- बिजनेस लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि आप का जो भी पहले से ही शुरु बिजनेस है उस बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए बिजनेस लोन का बहुत अत्यधिक फायदा है
- आपके बिजनेस पर आपका पूरा कंट्रोल रहता है अगर आप किसी निजी संस्था से अपने बिजनेस में इन्वेस्ट करवा लेते हैं तो वह संस्था भी आपके बिजनेस में दखल देने लग जाती है इस चीज से बचने के लिए आप बिजनेस लोन ले सकते हैं जिसमें आप अपने फैसलों के खुद मालिक होते हैं
- अगर आप जो भी बिजनेस लोन लेते हैं और आप उसे सही समय पर लौटा देते हैं तो आपका क्रेडिट स्कोर सुधरता है जिससे कि आपको भविष्य में लोन लेने के लिए आसानी होती है और आपकी प्रोफाइल भी अच्छी बनी रहती है जिससे कि आपको लोन मिल जाता है और आपने जितना लो लिया उससे अधिक भी आपको लोन आसानी से मिल जाता है
- अगर किसी कारण वंश या किसी आपदा की वजह से आपके बिजनेस में नुकसान हो गया है और आप अपनी कंपनी को नहीं चला पा रहे हैं तो इस स्थिति से बचने के लिए आप बिजनेस लोन ले सकते हैं और आप अपने नुकसान को भर सकते हैं और अपने बिजनेस को डूबने से बचा सकते हैं
- अगर आप सरकार की योजना के तहत लोन लेते हैं तो इसमें आपको काफी सारी छूट मिल जाती है जिससे कि आपको अपना बिजनेस करने में भी आसानी होती है और आपको लोन वापस लौटाने के लिए भी आपको छूट मिल जाती है
- बिजनेस लोन की वजह से छोटे-छोटे स्टार्टअप उभरने लगे हैं जिसकी वजह से देश की आर्थिक व्यवस्था मजबूत होने लगी है
Business Loan Lene Ke Nuksan | बिजनेस लोन लेने के नुकसान
- बिजनेस लोन लेने का नुकसान यही है कि अगर आपका बिजनेस लॉस में चला जाए तो फिर भी आपको बिजनेस के लिए लोन ली गई राशि को आप को बैंक को तय वक्त के अंदर चुकाना ही होगा अगर आप इस टाइम पीरियड के दौरान अपना लोन नहीं चुका पाते हैं तो आप पर अतिरिक्त ब्याज लगता जाएगा और आप पर कर्जा बढ़ता जाएगा
- अगर आप बिजनेस लोन लेने के लिए सही बैंक अथवा सही संस्था नहीं सुनते तो आपको लोन के ऊपर ज्यादा ब्याज देना भी पड़ सकता है
- बिजनेस करने के लिए लोन लिया गया पैसा आपका खुद का नहीं होता तो इससे यह रिस्क बना रहता है कि अगर आपका बिजनेस नहीं चलता तो फिर भी आपको यह पैसा वापस लौट आना होता है कैसे भी करके
- अगर आप बिजनेस लोन लौटाने में असमर्थ हो जाते हैं तो बिजनेस लोन देने वाली संस्था और बैंक आपकी संपत्ति नीलाम करवा कर भी बिजनेस लोन का पैसा आपसे वसूलेंगे
- अगर आपके पास बिजनेस करने के लिए पर्याप्त पैसा नहीं होता तो आपको उच्च दरों पर लोन लेना पड़ता है
आज आपने क्या सीखा
हमें आशा है कि आज आपने हमारे ब्लॉग बिजनेस लोन क्या होता है इसे पढ़कर आपको बिजनेस लोन के बारे में पता चल गया होगा हमने आपको इस ब्लॉग में बिजनेस लोन क्या होता है बिजनेस लोन कैसे लेते हैं बिजनेस लोन लेने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट क्या होते हैं बिजनेस लोन के क्या फायदे हैं बिजनेस लोन के क्या नुकसान है इन सभी की जानकारी हमने इस एक ही ब्लॉग में आपको देने की कोशिश की है वह भी आपके अपने आसान शब्दों में आशा है कि आपको हमारा यह ब्लॉग पढ़कर काफी अच्छा लगा होगा और आपको पता भी चल गया होगा कि बिजनेस लोन क्या होता है अगर आपको हमारा यह ब्लॉग अच्छा लगा तो आप अपने परिवार रिश्तेदार वह दोस्तों मैं ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमारे साथ बने रहे धन्यवाद