बजट क्या होता है | बजट की पूरी व सही जानकारी

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इस ब्लॉग में हम बजट से जुड़ी हर जानकारियां जानेंगे वह भी आपके अपने  शब्दों में हम लोगों ने बचपन से लेकर आज तक बजट शब्द को कई बार सुना है कभी घर  पर कभी टीवी पर तो कभी किसी कंपनी में हम बजट शब्द को बार-बार सुनते आ रहे  हैं आखिर इस बजट शब्द का अर्थ क्या होता है और सभी लोग बजट को इतना खास क्यों मानते हैं सभी लोग बजट को ध्यान में रखकर चलने का क्यों बोलते हैं आखिर इसका क्या महत्व है

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किसी भी इंसान को अपना हेलो सर नमस्ते जीवन यापन करने के लिए एक निश्चित बजट की आवश्यकता  होती है यानी कि उसे दिन में कितना खर्च करना है और 1 महीने तक कितना खर्च करना है जिससे कि उसका महीना आसानी से निकल जाए उसकी सैलरी की हिसाब से उसी तरीके से एक देश के लिए भी बजट उतना ही आवश्यक जितने एक व्यक्ति के लिए प्रत्येक देश में अपना एक बजट होता है वह हर साल अपने बजट को पेश करता है और उस बजट में देश के लिए एक प्रेरणादायक और देश की आर्थिक प्रगति करने वाला बजट होता है तो आइए आगे ब्लॉग   में हम जानते हैं कि बजट  क्या होता है बजट  क्यों बनाया जाता है बजट के कितने प्रकार होते हैं बजट कैसे बनता है बजट के फायदे क्या है यह सभी बातें आगे इस ब्लॉग में हम जानेंगे तो बने रहे हमारे ब्लॉग  के साथ

Budget Kya Hota Hai Budget Ko Samjhaie – बजट क्या होता है बजट को समझाइए 

सबसे पहले हम जानते हैं कि बजट होता क्या है बजट एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति प्रत्येक संस्था या एक देश आने वाले हर  साल के लिए अपनी हैसियत के हिसाब से पैसों को कहां खर्च करना है  कितना बचाना है  और कहां-कहां अपने धन को लगाना है  अपनी आय के हिसाब से खर्चों को मैनेजमेंट करना या ऐसी व्यवस्था बनाना जिसमें अपनी आय  के अनुसार खर्चे कहां-कहां करने हैं उसका मैनेजमेंट करना ही बजट कहलाता है

यहां हम आपको बताते हैं कि बजट शब्द कहां से निकला बजट शब्द फ्रेंच भाषा के bougette (“little bag”) शब्द से निकला है जिस का हिंदी में मतलब छोटा बैग होता है

 किसी देश को देश को चलाने के लिए बजट की अत्यधिक आवश्यकता होती है सरकारी संस्थाओं या टेक्स्ट से या अन्य स्रोतों से होने वाले आय  को कहां पर खर्च करना है उसके लिए सरकार पहले से ही एक बजट बना लेती है उस बजट को बनाने के लिए सरकार के पास एक बजट विभाग होता है जो कि सभी की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बजट बनाता  है जिससे कि देश का आर्थिक विकास हो सके और देश का निरंतर विकास होता रहे और आम नागरिक खुश रहे देश के बजट से हर आम आदमी को अपनी अपनी उम्मीद होती है कि सरकार अब सामग्री में छूट देगी किसी में टैक्स लगाएगी जो कि सरकार को यह काम करने के लिए बहुत ही मुश्किलों का सामना करना पड़ता है क्योंकि सरकार को देश चलाने के लिए धन की भी आवश्यकता होती है और सरकार इस धन  को अर्जित करने के लिए टैक्स व अन्य स्रोतों से सरकार आय अर्जित  करती है फिर उसके बाद बजट बनाती है और उसको कहां खर्च करना है वह बताती है इस तरीके से एक बजट बनता है बनने के बाद उसको देश में लागू किया जाता है जिससे देश का विकास भी किया जाता है एक अच्छा बजट वही होता है जिसमें देश के आम नागरिकों का ध्यान रखा जाता है और साथ ही साथ देश की आर्थिक प्रगति का भी ध्यान रखा जाता है

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Budget Kyon Banaya Jata Hai  – बजट क्यों बनाया जाता है व बजट क्यों आवश्यक है

आपने इतना तो समझ लिया होगा की  बजट क्या होता है अब बात करते हैं बजट क्यों बनाए जाते हैं और बजट की क्या आवश्यकता है  किसी भी देश को सुचारू रूप से चलाने के लिए उस देश की सरकार को अपने देश के लिए एक सरल अच्छा व्यवस्थित बजट बनाना पड़ता है जिसके लिए सरकार को सभी के हित देखने होते हैं जिसमें सरकार  यह देखती है कि कौन सा क्षेत्र आर्थिक दृष्टि से कमजोर है और किन-किन क्षेत्रों में सरकार को काम करना है जिससे कि वह आर्थिक दृष्टि से अच्छे हो सके और देश की प्रगति में योगदान दे सके  देश के साथ ही सरकार को आम नागरिकों का भी ध्यान रखना होता है देश की लघु व बड़ी कंपनियों का भी ध्यान  रखना होता है कुल मिलाकर यह  कहे तो सरकार को देश को सुचारू रूप से चलाने के लिए प्रत्येक वर्ष बजट बनाना पड़ता है जिसमें सरकार देश का व्यवस्थित तरीके से संचालन करती है और देश का निरंतर आर्थिक विकास करती है जिससे एक खुशहाल देश बन सके किसी भी देश की आर्थिक प्रगति के लिए एक व्यवस्थित बजट होना काफी आवश्यक है 

 बजट इसीलिए बनाया जाता है कि देश के प्रत्येक क्षेत्र प्रत्येक नागरिक का सुचारू रूप से विकास किया जा सके और देश को प्रत्येक वर्ष नई दिशा दी जा सके जिससे कि देश आगे बढ़ता रहे  और देश का विकास होता रहे  है इसीलिए बजट आवश्यक है इसीलिए बजट को बनाया जाता है

Budget Ke Prakar – बजट के प्रकार व  बजट कितने तरह का होता है 

वैसे तो बजट बहुत से प्रकार के होते हैं  लेकिन हम यहां जो महत्वपूर्ण हैं उन्ही  बजट कि हम बात करेंगे केंद्र सरकार का जो बजट होता है उसे केंद्रीय बजट में संघीय बजट भी कहते हैं और यहां तक कि राज्यों का भी अपना अलग अलग बजट होता है केंद्रीय बजट को दो भागों में बांटा गया है पहला राजस्व बजट व दूसरा पूंजी बजट तो आपने अब जान लिया  होगा कि बजट कितने प्रकार के होते हैं अब बात करते हैं कि इन दोनों बजटो में क्या अंतर होता है क्या  विभिंताए  है

  • राजस्व बजट –

    राजस्व बजट को इंग्लिश में रेवेन्यू बजट भी कहते हैं राजस्व बजट के द्वारा ही सरकार के राजस्व का लेखा-जोखा तैयार किया जाता है जिसमें सरकार की कितनी आमदनी हुई है वह सब देखा जाता है  राजस्व बजट में सरकार द्वारा लगाए गए टैक्सों से हुई आमदनी का हिसाब किताब देखा जाता है कि कहां से कितनी आय  अर्जित हुई है राजस्व बजट में 2 तरीकों से राजस्व को शामिल किया जाता है जो कि निम्न प्रकार से हैं

  •  टैक्स
  • नॉन टैक्स रिवेन्यू

Budget Kaise Banta Hai – बजट कैसे बनता है

प्रत्येक देश का बजट बनाने का तरीका अलग अलग होता है लेकिन हम यहां बात करेंगे भारत की के भारत में बजट कैसे बनता है भारत में प्रत्येक वर्ष सरकार 1 फरवरी को देश के सामने बजट पेश करती है और हां इस बजट को बनाने के लिए सरकार 6 महीने पहले ही तैयारी कर लेती है बजट बनाने से पहले ही सरकार जरूरी विभागों को जैसे कि बजट से जुड़े विभागों सरकारी विभागों केंद्र शासित प्रदेशों और देश के अलग-अलग राज्यों को उनके खर्चे के अनुमान के आधार पर सरकार को बजट बनाने के लिए आवश्यक सर्कुलर जारी कर दिया जाता है उसके बाद सरकार प्राप्त डाटा के आधार पर और आवश्यकताओं के आधार पर सरकार बजट को व्यवस्थित तरीके से बांट दिया जाता है अथवा दे दिया जाता है 

इसके बाद देश की वित्त मंत्री वित्त सचिव  व्यय (खर्च ) सचिव और राजस्व सचिव सभी साथ मिलकर वह बजट के विभिन्न मुद्दों पर एक साथ एकत्रित होकर गहन चर्चा करते हैं इसके साथ ही बजट तैयार करने के दौरान वित्त मंत्रालय को देश के प्रधानमंत्री वित्त मंत्री और देश के जो भी योजना आयोग के अपने उपाध्यक्ष हैं और बजट बनाने को लेकर जितने भी आवश्यक सरकार के विभाग हैं जितने भी विशेषज्ञ हैं वह सभी मिलकर बजट बनाने को लेकर एक रिपोर्ट तैयार करते हैं

 इतना काम हो जाने के बाद सरकार देश के विभिन्न विभागों आर्थिक क्षेत्रों या निजी क्षेत्रों छोटे उद्योगों बड़े उद्योगों बड़ी-बड़ी कंपनियों से सरकार बजट पर चर्चा करती है फिर उसके बाद एक ब्लूप्रिंट तैयार किया जाता है या बजट की बनाने की प्रक्रिया बहुत ही अत्यधिक गोपनीय व सीक्रेट होती है बजट बनाने को लेकर सरकार काफी गंभीर होती है क्योंकि इसी में देश की आर्थिक प्रगति छुपी हुई रहती है सरकार बजट अपने कुछ चुनिंदा व विश्वसनीय अफसरों की निगरानी में ही बजट तैयार करती है 

यहां तक की कहीं बजट लीक ना  हो जाए इसके लिए सरकार बजट लीक होने की सभी संभावनाओं को खत्म कर देती हैं  और जिस विभाग में सरकार यह बजट बनाती है उससे जुड़े सभी कंप्यूटरों को सरकार अनलिंक कर देती है और जितने भी कर्मचारी है उनको नॉर्थ ब्लॉक में ही काम करने की इजाजत होती है किसी को भी दस्तावेजों को देखने की अनुमति नहीं होती है फिर बाद में सरकार बजट को तैयार कर लेती है और जैसे ही बजट तैयार हो जाता है उस बजट को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद बजट को पेश करने की प्रक्रिया सरकार शुरू कर देती है और बजट पेश कर देती है

Budget Ka Kya Fayda Hota Hai – बजट का क्या फायदा है 

आप सभी को पता ही है कि बजट किसी भी देश की आर्थिक विकास के लिए वजन कितना महत्वपूर्ण होता है कितना फायदेमंद होता है प्रत्येक सरकार आने वाले साल के लिए पहले से एक बजट तैयार रखती है जिसका फायदा यह होता है कि सरकार को किन क्षेत्रों पर फोकस करना है वह किन क्षेत्रों को सुधारना है बजट में यह पहले से ही निर्धारित हो जाता है जिसमें देश की आर्थिक प्रगति की गति निरंतर बनी रहती है सबसे पहला बजट का फायदा यही होता है कि सरकार द्वारा जितने भी कर लगाए हैं उनसे जो आमदनी प्राप्त हुई है उसको फिर से जनता के हितों के लिए ही सरकार उस आय को जनता के लिए खर्च कर देती है आइए हम बात करते हैं अब बजट के क्या-क्या फायदे हैं वह भी पॉइंट्स में

  1. बजट का सबसे बड़ा फायदा देश की आर्थिक प्रगति करना है
  2. देश में जितनी  भी गरीबी और बेरोजगारी है उसको दूर करना है
  3. देश में  देश में जितनी भी असमानताए फैली हुई है उन सभी को खत्म कर देश के राजस्व को सही दिशा में इस्तेमाल करना है
  4. देश के बाजार के लिए मूल्यों को और महंगाई दर को स्थिर बनाए रखना है
  5. सरकार के अधीन जितने भी क्षेत्र आते हैं जैसे कि रेलवे सार्वजनिक विभाग  कृषि बैंक सभी को आवश्यक फंड की व्यवस्था करना भी बजट का फायदा है
  6.  आने वाले साल के लिए पहले से ही योजनाएं बनाकर रखना भी बजट का फायदा है
  7. बजट से सरकार को यह पता चल जाता है कि किन क्षेत्रों में कितना खर्चा करना है

Bharat Ka Salana Budget Kitna Hai – भारत का सालाना बजट कितना है

वैसे तो आप सभी को पता ही है कि भारत कितना विशाल देश है इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जितना विशाल देश है उतना ही भारत का बजट है यहां हम आपको कुछ आंकड़े बताते हैं कि भारत का वास्तविक में कितना सालाना बजट होता है 2021 से 22 के अनुसार भारत का बजट 34.8 लाख करोड़ रुपए खर्च करने का सरकार ने प्रस्ताव रखा था

 लेकिन एक अनुमान से सरकार ने 2020-21 में 34.5 ट्रिलियन खर्च किए थे जो बजट अनुमान से भी 13 फ़ीसदी बहुत ज्यादा था तो आपको इन आंकड़ों से पता चल ही गया होगा कि भारत का सालाना बजट कितना रहता है और यह बजट निरंतर बढ़ता ही चला जा रहा है क्योंकि जैसे-जैसे देश की आबादी बढ़ रही है वैसे वैसे ही देश का आर्थिक विकास भी तेजी से हो रहा है जिसके साथ ही देश का सालाना बजट भी बढ़ता जा रहा है और उम्मीद है कि यूं ही देश का सालाना बजट आगे बढ़ता रहेगा

Aam Budget Kya Hai – आम बजट क्या है 

वैसे तो बजट बहुत से प्रकार के होते हैं लेकिन हम यहां  आम बजट क्या है इसके बारे में बात करेंगे हम आपको आसान शब्दों में बताते हैं कि आम बजट क्या होता है यह आम बजट क्या है जिस तरीके से एक परिवार को चलाने के लिए परिवार का मुखिया हर महीने सैलरी आने से पहले घर का बजट तैयार करता है कि कहां-कहां खर्च करना है और कितनी बचत करनी है यह महीना शुरू होने से पहले ही  तय हो जाता है 

इसी तरह एक देश को चलाने के लिए देश में चुनी गई सरकार देश के लिए बजट तैयार करती है इसके साथ ही देश के संविधान अनुच्छेद 112 में हर साल के लिए सरकार से आने वाले साल के लिए वित्त या खर्चों का ब्यौरा लिया जाता है अनुच्छेद 112 के अनुसार सरकार को विभिन्न स्रोतों से हुई राजस्व आय  व खर्चों के बारे में देश को बताना होता है 

यह सभी सूचना केंद्र सरकार बताती है कि किन किन स्रोतों से सरकार आय  करेगी और इस आय  को सरकार किन-किन क्षेत्रों में खर्च करेगी यह सभी सूचनाएं सरकार इस आम बजट में बता देती है और इसे  ही आम बजट कहा जाता है

Bhart Me Sabse Pahla Budget Kisne Pesh Kiya – भारत में सबसे पहला बजट किसने पेश किया 

वैसे तो हर साल बजट बनाया जाता है वह जनता के सामने पेश किया जाता है लेकिन हम बात करेंगे कि भारत में सबसे पहला बजट किसने पेश किया भारत में आजादी का सबसे पहला बजट आर के शनमुखम चेट्टी (RK Shanmukham Chetty) ने 26 नवंबर 1947 से 48 आजाद भारत का पहला बजट देश के सामने रखा था और हां आर के शनमुखम चेट्टी आजाद भारत के सबसे पहले वित्त मंत्री भी रहे थे

Budget Se Jude Rochak Tathya – बजट से जुड़े रोचक तथ्य व रोचक जानकारी

  • क्या आपको पता है 2019 से पहले देश के बजट को देश के वित्त मंत्री बजट को एक बही खाते के रूप में एक सूटकेस में रख कर लेकर आते थे लेकिन इस परंपरा को एनडीए सरकार की बीजेपी की वर्तमान वित्त मंत्री सीतारमण ने  2019 को तोड़ दिया था उन्होंने एक फाइल को लाल कपड़े में लपेटकर संसद में बजट को पेश किया था और आखिर में इस फाइल को और इस बजट को बही खाते के रूप में जाना गया था
  • देश की आजादी से लेकर आज तक कुल 73 आम बजट 14 अंतरिम बजट और 4 स्पेशल बजट मतलब के मिनी बजट देश में अब तक पेश हो चुके हैं
  • इसके साथ ही पंडित जवाहरलाल नेहरू इंदिरा गांधी राजीव गांधी देश के ऐसे पीएम हैं जिन्होंने देश का बजट भी पेश किया है
  • बजट से जुड़ी एक रोचक बात यह है कि 2016 से पहले बजट फरवरी के अंत तक पर होता था लेकिन इस परंपरा को भी एनडीए सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली ने तोड़ दिया था उन्होंने पहली बार 1 फरवरी को बजट पेश किया था तब से लेकर अब तक 1 फरवरी को ही बजट पेश किया जाता है उन्होंने एक नई परंपरा को बनाया है
  • बजट से जुड़ा एक रोचक तथ्य यह भी है कि बजट पेश करने से पहले ‘हलवा सेरेमनी’ देश के वित्त मंत्रालय की ओर से बनाए जाने वाला एक अवसर है जो कि बजट प्रिंटिंग प्रक्रिया का एक प्रतीक है या एक चिन्ह है और हां एक रोचक तथ्य यह भी है कि इस हलवे को पारंपरिक कढ़ाई या बड़ी कढ़ाई के अंदर बनाया जाता हैऔर देश के बजट बनाने में शामिल सभी कर्मचारियों को यह बारी-बारी से हलवा परोसा जाता है और एक आशावादी  माहौल देश के बीच तैयार किया जाता है तो यह थी कुछ बजट से जुड़ी रोचक बातें

आज आपने क्या सीखा 

तो चलिए आप बात करते हैं कि आज आपने क्या सीखा आशा है कि हमने अपने ब्लॉग बजट क्या है इस ब्लॉग में हमने आपको अच्छी तरीके से समझा दिया होगा के बजट क्या है बगैर कैसे बनता है बजट की आवश्यकता क्यों है बजट के फायदे क्या है भारत का बजट कितना है बजट से जुड़े रोचक तथ्य क्या है और साथ ही हमने आपको यह बताया कि भारत का पहला बजट किसने पेश किया था यह सभी जानकारियां हमने आपको इस ब्लॉग में एक ही जगह पर देने की पूरी पूरी कोशिश की है और आशा है कि हमने आपको सही से जानकारी पहुंचाई है अगर आपको हमारा ब्लॉग  बजट क्या है ब्लॉग अच्छा लगा तो अपने दोस्तों साथियों अपने परिवार रिश्तेदारों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और हमारे साथ यूं ही बना रहे धन्यवाद

FAQ’s

बजट किसे कहते हैं बजट कितने प्रकार के होते हैं?

बजट एक ऐसी व्यवस्था है जिसमें एक सरकार आने वाले दिनों के लिए पहले से ही एक योजना बनाकर चलती है जिसमें वह अपनी होने वाली आय कहां-कहां खर्च करना है किन क्षेत्रों पर ध्यान देना है और सरकार अपने आय के स्रोतों को कैसे बढ़ाना है इन सभी पर पहले से ही एक योजना बनाई जाती है एक व्यवस्था बनाई जाती है जिसे बजट कहा जाता है 
बजट को मुख्य तौर पर तीन भागों में बांटा गया है जिम में संतुलित बजट, अधिशेष बजट, घाटा बजट आदि बजट शामिल है इस तरीके से देखे तो बजट तीन प्रकार के होते हैं

बजट क्या है बजट के उद्देश्य?

किसी भी देश के लिए आर्थिक गतिविधियों के लिए बजट बहुत ही आवश्यक है कोई भी सरकार बजट के द्वारा ही आने वाले वर्ष या सालों के लिए कितना खर्च करना है  इसका अनुमान लगाने के लिए बजट आवश्यक है और बजट की वजह से ही सरकार को पता चलता है कि है   आने वाले साल में सरकार की कितनी आमदनी होने वाली है और इस आमदनी को सरकार कहां-कहां पर खर्च करने वाली है जिसे की देश का चौमुखी विकास हो सके

भारत का बजट कितना है?

भारत का बजट प्रत्येक वर्ष आवश्यकताओं के अनुसार बढ़ता रहता है भारत की वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया था जिसमें उन्होंने यह भी बताया था कि रक्षा क्षेत्र में कितना खर्च किया जाना है  देश का कुल बजट 5.94 लाख करोड़ रुपये है यह बजट 2022 – 23 के बजट जो कि 5.25 लाख करोड़ रुपये के बजट से 12.95 फीसदी ज्यादा है।

बजट क्यों बनाया जाता है?

बजट इसीलिए बनाया जाता है कि जिससे कि सरकार अपनी नीतियों और योजनाओं का आने वाले वर्षों के लिए अनुमान लगाया जा सके अगर हम आम भाषा में बात करें तो बजट एक मनी बिल होता है जो कि एक वित्तीय वर्ष के लिए बनाया जाता है बजट को सिर्फ लोकसभा में ही पेश किया जाता है इसके साथ ही राज्यसभा सिर्फ बजट पर चर्चा ही कर सकती है

बजट का पैसा कहां से आता है?

वैसे तो सरकार के पास आय के बहुत सारे स्रोत होते हैं लेकिन हम यहां पर मुख्य स्रोतों के बारे में बात करते हैं जिससे कि कर द्वारा,  सरकारी संपत्तियों द्वारा,  सरकारी कंपनियों द्वारा,  अगर कोई सरकारी नियमों के खिलाफ कार्य करता है तो उसके खिलाफ प्लेंटी लगाई जाती है प्लेंटी की रकम द्वारा भी सरकार के पास आय  होती है सरकारी ऋण द्वारा,  सरकारी उपक्रमों के नीलामी द्वारा, यह जितने भी तरीके हमने बताएं इन सभी से सरकार की आमदनी होती है यह हमने आपको मुख्य मुख्य तरीके बताएं और भी बहुत सारे  तरीकों से सरकार आमदनी करती है और वह अपना बजट बनाती है इन तरीकों से बजट का पैसा आता है